रविवार, 25 जुलाई 2010

वाह! रे मो0पुरखाला पुलिस घटना केा दुर्घटना में कैसे तब्दील कर दिया

बाराबंकी।मो0पुर खाला पुलिस यूॅ तो अपने तमाम कारनामों के लिए जानी जाती है,स्वाभाविक मौत को अस्वाभाविक बनाना और अस्वाभाविक मौत को स्वाभाविक बनाना उसके बायें हाथ का खेल है।परन्तु उसका ताजा कारनामा यह है कि संदिग्ध अवस्था में मरी एक विवाहिता को उसने पानी में डूबकर दुर्घटना बताकर न केवल अपना काम बना लिया बल्कि उसकी मौत की साजिश करने वालों को भी राहत दे दी।
 ताजा घटना मो0पुर खाला थाना के अंर्तगत ग्राम कन्दरवल की है,जहाॅ बीती रात ग्राम मौसन्डी के महेन्द्र की पत्नी पूनम वर्मा(25) की मृत्यु संदिग्ध अवस्था मेें एक तालाब में डूूबने से होना बतायी गयी। उसके पति महेन्द्र के अनुसार वह अपनी मोटर साइकिल हीरो हाण्डा सीडी डान यू0पी032 ए एक्स 0946 से कन्दरवल से अपने घर मौसन्डी अपनी पत्नी पूनम को पीछे बिठाकर आ रहा था कि एक ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से उसकी मोटर साइकिल उछल कर तालाब में जा गिरी और वह चूॅकि किनारे था,इसलिए मामूली चोटो के साथ वह बच निकला परन्तु पूनम बीच तालाब में जाकर डूब गयी।उसकी लाश उसने तुरन्त निकाली और उसे वहाॅ एकत्र हुए ग्रामीणों ने जिला अस्पताल पहुॅचाया।
 परन्तु मृतका के बड़े भाई विजय वर्मा महेन्द्र की कहानी को झूठा एवं मनगढंत बताकर अपनी बहन की मौत दुर्घटना के स्थान पर हत्या बता रहे है।विजय वर्मा को सूचना गोण्डा मंे जहाॅ वह निर्वाचन कार्यालय में कार्यरत है,अपने मित्र कुलदीप शुक्ला एडवोकेट द्वारा मोबाइल फोन से मिली।जिन्होने बताया कि उनके मुंशी महेन्द्र की पत्नी और विजय वर्मा की बहन की मृत्यु, एक दुघटना जिसमें महेन्द्र भी घायल है,हो गयी है। सूचना पाकर विजय वर्मा घटना स्थल पर आधी रात के करीब पहुॅचे तो उन्होने देखा कि महेन्द्र को कहीं भी चोट नही है और जिस तालाब में डूबना बताया जा रहा उसका पानी कमर से नीचे है।उनके अनुसार तालाब किनारे एक दारु की बोतल और प्लास्टिक के तीन गिलास भी उन्होने पड़े देखे।विजय वर्मा का मानना है कि उनकी बहन की हत्या उनके बहनोई ने इस कारण की है ताकि मोहसन्डी गांव के राजकुमार की लड़की,जिसके साथ वह विगत कई माह से अवैध सम्बन्ध बनाए हुए था, से विवाह कर सके।
 परन्तुु मो0पुर खाला पुलिस ने घटना को दुर्घटना में तब्दील कर दिया,इसके लिए सर्वप्रथम उसने मृतका के भाई सत्य प्रकाश जेा थाना मो0पुर खाला के ग्राम बरैया में रहता है,से यह तहरीर ले ली कि उसका बहनोई और बहन एक मार्ग दुघटना के पश्चात तालाब में गिर गये,जिसके कारण उसकी बहन पूनम वर्मा की डूबने से मृत्यु हो गयी।संवाददाता ने जब पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद सत्यप्रकाश से पूछा कि उसने यह तहरीर किस प्रकार से दी ,जब उसके परिवार वाले व स्वयं मोहसन्डी के ग्रामवासी घटना को संदिग्ध मान रहे है,तो उसने उत्तर दिया कि वह कम पढ़ा लिखा है और पुलिस द्वारा लिखायी गयी तहरीर पर हस्ताक्षर उसने बरैया ग्राम प्रधान के कहने पर किए,जिसने उसे यह बताया कि इस तहरीर पर मुकदमा नही लिखा जाएगा।यह तहरीर केवल पंचनामा के लिए है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पश्चात ही मुकदमा उसी के अनुरुप लिखा जाएगा।

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