मंगलवार, 31 अगस्त 2010

बैटरी से संचालित बम की अफवाह ने पुलिस के होश उड़ाए परन्तु बम फर्जी निकला

बाराबंकी।बाबरी मस्जिद राम जन्म भूमि मुकदमें का निर्णय आने पर शांति व्यवस्था के बिगड़ने की तैयारियों से चिन्तित पुलिस प्रशासन को आज जैसे ही यह सूचना मिली कि नगर के व्यस्ततम चैराहे लखपेड़ा बाग के पास एक बैटरी व टाइमर से संचालित बम पड़ा हुआ है,उसके पैरो के नीचे से जमीन निकल गयी। मौके पर पहुॅचे पुलिस अधिकारियों ने हिम्मत करके बम के ऊपर पहले अग्नि शमन दस्ते की सहायता से पानी का फौवारा मारा उसके बाद उसका कनेक्शन प्लास द्वारा बैटरी से अलग कर दिया।बाद में लखनऊ डी0जी0पी0कार्यालय से विशेष तौर पर भेजा गया एण्टी टेरोरिस्ट स्क्वायड दस्ते ने इस बात की पुष्टि कर दी कि बम का रुप किसी शरारती तत्व ने इसे दिया अवश्य था परन्तु इसमें कोई विस्फोटक सामग्री नही थी।
 आज दिन के 12 बजे करीब नगर कोतवाली पुलिस को जनता से यह सूचना प्राप्त हुई कि फैजाबाद रोड से लखपेड़ा बाग लिंक मार्ग पर एक लकड़ी की बंद पड़ी पुरानी गुम्टी के समीप नाले में कशेरुका दण्ड में आए विकारों के उपचार हेतु बांधी जाने वाली लम्बो सैक्रल बेल्ट में एक घड़ी से कनेक्शन देकर पेन लाइट सेल लगे हुए पड़े है और घड़ी में 3 बजे का टाइमर फिक्स है।यह खबर मिलते ही पुलिस पूरी तौर पर एलर्ट होकर मौके पर पहुॅची जहाॅ हजारों की संख्या में लोगो का जनसमूह बम की अफवाह सुनकर एकत्र था।अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी रमाकान्त प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस ने योजना बनाकर उक्त बम को निष्क्रिय करने का कार्य प्रारम्भ किया।सर्वप्रथम अग्निशमन दस्ते को बुलाकर पानी का फौवारा कथित बम पर मारा गया ताकि बैटरी अपना कार्य करना बंद कर दे।अब प्रश्न था कि इस बम के समीप जाए कौन?बड़ी हिम्मत करके दो उप निरीक्षकों ने बेल्ट को नाले से बाहर निकाला और पास के दुकानदारों से प्लास मांगकर बैटरी का कनेक्शन घड़ी से अलग कर दिया।ताकि घड़ी चलना बंद हो जाए।उसके बाद पानी में डालकर वह कथित बम कोतवाली पहुॅचा दिया गया।जहाॅ लखनऊ पुलिस हेडक्वार्टर से विशेषतौर पर भेजा गया ए0टी0एस0दस्ते ने कथित बम की भली भाॅति जाॅच पड़ताल करके यह घोषणा कर दी कि यद्यपि इसे बम का रुप टाइमर लगाकर दिया अवश्य गया था परन्तु इसमें कोई विस्फोटक सामग्री अर्थात बम या डिटोनेटर इत्यादि नही है।
 पुलिस प्रशासन की जान में जान तब आयी जब उसे यह पता चला कि यह बम नही था और किसी शरारती व्यक्ति के शातिर दिमाग की यह उपज थी,परन्तु इस घटना से यह बात स्पष्ट हो गयी कि जिले की पुलिस किसी आतंकी हमले के लिए कितनी तैयार है।उसके पास न तो प्रशिक्षित बम डिस्पोजल दस्ता है और न ही बम के बारे में प्रारम्भिक व बुनियादी जानकारी अर्थात जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे है।

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