बुधवार, 29 मार्च 2023

आत्मकथा की कॉपी राजभवन भेज दी है-तुषार गांधी

‘महात्मा गांधी के पास कोई डिग्री नहीं थी…’ मनोज सिन्हा के बयान पर तुषार गांधी का जवाब-आत्मकथा की कॉपी राजभवन भेज दी है मनोज सिन्हा ने संत कबीर दास और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बारे में भी बात करते हुए कहा कि डिग्री शिक्षा का निर्धारण नहीं करती है। तुषार गांधी और मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को यह दावा किया था कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पास किसी भी विश्वविद्यालय की डिग्री नहीं थी। अब उनके इस दावे का महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने खंडन किया है। तुषार गांधी ने ट्वीट कर कि जानकारी दी महात्मा गांधी ने राजकोट के अलफ्रेड हाईस्कूल से मैट्रिक पास की थी। उन्होंने लंदन में मैट्रिक पास की। इसके बाद इनर टेम्पल से लॉ की डिग्री हासिल की थी। उसके साथ-साथ उन्होंने दो डिप्लोमा भी लिए थे। एक डिप्लोमा लैटिन भाषा और दूसरा फ्रेंच भाषा में था। तुषार गांधी ट्वीट में लिखा “मैंने बापू की आत्मकथा की एक प्रति राजभवन जम्मू को इस उम्मीद के साथ भेजी है कि अगर उप राज्यपाल पढ़ सकते हैं तो उन्हें इस बारे में जानकारी मिल जाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी लिखा- “मैं मानता हूँ, बापू के पास पूरे कानून की डिग्री नहीं थी” मनोज सिन्हा ने क्या कहा था? आईटीएम ग्वालियर में अपने भाषण में साक्षरता और शिक्षा के बीच अंतर करते हुए राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था “हम में से बहुत से लोग सोचते हैं कि महात्मा गांधी के पास कानून की डिग्री थी, नहीं, नहीं। उनकी एकमात्र योग्यता हाई स्कूल डिप्लोमा थी। उन्होंने कानून का अभ्यास करने की योग्यता प्राप्त की लेकिन उनके पास कानून की डिग्री नहीं थी। उनके पास कोई डिग्री नहीं थी। जरा देखिए कि वह कितना शिक्षित थे। वह राष्ट्रपिता बन गए” इस अवसर पर सिन्हा ने संत कबीर दास और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बारे में भी बात करते हुए कहा कि डिग्री शिक्षा का निर्धारण नहीं करती है। उन्होने उदाहरण देते हुए कहा था “सचिन तेंदुलकर के पास कोई डिग्री नहीं है। उसने अभी-अभी हाई स्कूल पास किया था। उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान मिला। कौन कहेगा कि सचिन पढ़े-लिखे नहीं थे?” वह कहना चाह रहे थे कि डिग्री सबकुछ तय नहीं करती है।

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