गुरुवार, 16 मार्च 2023
अडाणी के मुद्दे से डरे हैं मोदी :वे बताएं अडाणी से क्या रिश्ता - राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके प्रधानमंत्री और गौतम अडाणी के रिश्ते पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री बताएं कि उनका अडाणी से क्या रिश्ता है। मेरे लंदन के भाषण में ऐसी कोई चीज नहीं थी जो मैंने पब्लिक रिकॉर्ड से नहीं निकाली। यह पूरा मामला डिस्ट्रक्ट करने का मामला है।
सरकार और प्रधानमंत्री जी अडाणी जी के मुद्दे से डरे हुए हैं। मुझे लगता है कि वे मुझे पार्लियामेंट हाउस में नहीं बोलने देंगे। श्रीलंका और बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया में उन्हें ठेके मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री जी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम के बीच क्या बात हुई पीएम जी उसके जवाब नहीं दे पाए। पार्लियामेंट में जवाब देने के बाद मैं आपके साथ डिटेल में बात करूंगा। क्योंकि बतौर सांसद वह मेरा प्लेटफॉर्म है।
मैं लोकसभा का सदस्य हूं। मेरी जिम्मेदारी अपनी बात संसद में रखने की है। मुझे कल संसद में अगर बोलने का मौका मिलता है तो वहां मैं डिटेल में इस विषय पर अपनी बात रखूंगा।
राहुल बोले- मेरा बोलना भाजपा को पसंद नहीं
इससे पहले संसद के बाहर राहुल ने कहा था- मैंने लंदन में भारत के खिलाफ कुछ नहीं कहा था। अगर संसद में मुझे बोलने का मौका मिलेगा, तो मैं अपनी बात रखूंगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरा बोलना भाजपा को पसंद नहीं आता है। इससे पहले, गुरुवार सुबह 11 बजे संसद की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। दोपहर बाद कार्यवाही शुरू होने पर एक बार फिर हंगामा होने पर दोनों ही सदन दिनभर के लिए स्थगित कर दिए गए।
पढ़िए राहुल ने लंदन में क्या-क्या कहा था
मैं नहीं मोदी करते हैं देश का अपमान: मुझे याद है कि पिछली बार प्रधानमंत्री ने विदेश जाकर घोषणा की थी कि आजादी के 70 साल में कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि हमने एक दशक खो दिया है। भारत में बेहिसाब भ्रष्टाचार है। यह सब उन्होंने विदेश में कहा था। मैंने कभी अपने देश का अपमान नहीं किया। मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा। जब वे कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ, तो क्या यह हर भारतीय का अपमान नहीं है?"
जो सरकार से सवाल करता है उस पर हमला होता है: यदि कोई PM नरेंद्र मोदी का सपोर्टर है, तो उसका भी आँख मूंदकर समर्थन किया जाता है। इसका उलटा जो लोग उन पर या उनकी सरकार पर सवाल उठाते हैं, उस पर हमला किया जाता है। कुछ ऐसा ही ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन बीबीसी के साथ हुआ है। बीबीसी ने गुजरात दंगों पर डॉक्यूमेंट्री बनाई और मोदी ने सरकार ने विवाद पैदा कर दिया। इसे एक प्रोपेगैंडा बताया।
राहुल से जब यह पूछा गया कि वे अगले पीएम उम्मीदवार होंगे, इस पर राहुल गांधी ने कहा- मेरा PM कैंडिडेट होना चर्चा का विषय नहीं है। विपक्ष का सेंट्रल आइडिया भाजपा और आर एस एस को हराना है।
मैं मोदी की शैली से सहमत नहीं: ये आइडिया कि एक आदमी सभी समस्याओं को हल करता है, सतही है। लोगों से बात करने से समस्याएं हल हो जाती हैं। इसके लिए हितधारकों और सरकार के बीच बातचीत जरूरी है। मैं ऊपर से नीचे तक एक व्यक्ति वाली नरेंद्र मोदी-शैली से सहमत नहीं हूं जो चीजों को ठीक करने के लिए जादू की छड़ी लेकर इधर-उधर भागता है।
राहुल गांधी ने ब्रिटेन दौरे पर जाने से पहले अपना लुक चेंज किया। नए लुक में वे ट्रिम्ड बीयर्ड में नजर आए थे।
राहुल ने कहा कि अमेरिका सहित दुनिया के लोकतांत्रिक देश यह नोटिस करने में विफल रहे कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है।
भारत में हम भाजपा और आर एस एस के खिलाफ लड़ रहे हैं। इन दोनों ने देश में सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर रखा है। UK में संस्थाएं स्वतंत्र हैं और दो पार्टियां आपस में लड़ती हैं, लेकिन भारत में विपक्ष भाजपा , आर एस एस के साथ-साथ सरकारी संस्थाओं से भी लड़ रहा है।
भाजपा चाहती है कि भारत में दलित, आदिवासी, मीडिया और बाकी सभी लोग शांत रहे। वे इसीलिए ऐसा चाहते हैं ताकी भारत में जो कुछ भी है, उसे ले सकें और अपने 4-5 करीबियों को सौंप सकें।
मैं इंडियन फॉरेन पॉलिसी से सहमत हूं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारत की जमीन में कोई नहीं घुसा है। हमारी एक भी इंच जमीन किसी ने नहीं ली है, लेकिन इंडिया को चीन से सतर्क रहने की जरूरत है। वह बॉर्डर पर बहुत ज्यादा एक्टिव और एग्रेसिव है।
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कैंब्रिज में राहुल ने चीन की तारीफ की, कहा- चीन शांति पसंद देश
कैंब्रिज जज स्कूल में स्पीच देते राहुल गांधी।
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में चीन की तारीफ की। उन्होंने कहा कि चीन का इंफ्रास्ट्रक्चर देखिए, वहां रेलवे हो, एयरपोर्ट हो, सबकुछ नेचर से जुड़े हैं। चीन प्रकृति से मजबूती से जुड़ा हुआ है। वहीं, अगर हम अमेरिका की बात करें तो वह खुद को नेचर से भी बड़ा मानता है। यह बताने के लिए काफी है कि चीन को शांति पसंद है। वहां सरकार एक कॉर्पोरेशन की तरह काम करती है। पढ़ें पूरी खबर..
चीन पर अपने रुख से पलटे राहुल:कैंब्रिज में चीन को शांतिप्रिय देश कहा था, अब बोले- भारत को उससे सतर्क रहने की जरूरत
कैंब्रिज में चीन को शांति पसंद और नेचर से जुड़ा देश बताने वाले राहुल गांधी का रुख अब बदल गया है। कैंब्रिज से करीब 100 किलोमीटर दूर लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के इंडिया इनसाइट्स प्रोग्राम में राहुल ने कहा- इंडिया को चीन से सतर्क रहने की जरूरत है। वह बॉर्डर पर बहुत ज्यादा एक्टिव और एग्रेसिव है।
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