गुरुवार, 26 अगस्त 2010

पचास रुपये के एवज दलित युवक की हत्या

बाराबंकी।मात्र 50 रुपये के तकाजे पर एक दलित युवक को उसी की बिरादरी के दबंगो ने पीट-पीटकर एक सप्ताह पूर्व मरणासन्न कर दिया था।जिसे विगत दिवस जिला अस्पताल अति गम्भीर अवस्था में लाया गया।डाक्टरों ने उसे मेडिकल कालेज ट्रामा सेन्टर रिफर कर दिया, जहाॅ पहुॅचते पहुॅचते अस्पताल के गेट पर ही उसने दम तोड़ दिया।
 थाना मसौली के ग्राम सुरसण्डा के मजरे भटपुरवा निवासी गंगाराम पुत्र स्व0गयादीन (35)से गांव के पिन्टू ने पचास रुपये उधार लिए थे, कई बार तकादा करने पर वह रुपये नही दे रहा था।विगत 19 अगस्त की शाम 7 बजे इसी पैसे के तकाजे को लेकर गंगा राम से पिन्टू की कहासुनी हो गयी और पिन्टू ने अपने साथियों पप्पू ,अशोक,प्रेम व पुत्ती लाल के साथ मिलकर बड़ी बेरहमी के साथ लातो घूसो से गंगाराम को खूब पीटा वह लोग उसे तब तक पीटते रहे जब तक वह अधमरा न हो गया।घायल अवस्था में लेकर गंगाराम के परिजन अपने शिकायत दर्ज कराने मसौली थाना गए,परन्तु मसौली पुलिस ने बजाए पुलिस मेडिको लीगल कराने और प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के केवल एन0सी0आर0 लिखकर आहत पक्ष को टरका दिया।बाद में बडा गांव पी0एच0सी0पहुॅचकर गंगाराम का प्राइवेट मेडिको लीगल कराया गया और पुलिस की कार्यवायी से न उम्मीद व मायूस होकर वह लोग घर बैठ गए।उधर गंगाराम के पेट में दर्द बना रहा जो कि चोटों के कारण उत्पन्न हुआ था।अंत मंे कल 25 अगस्त को उसकी हालत अति गम्भीर हो जाने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया।जहाॅ डाक्टरों ने उसकी स्थिति को असंतोषजनक बताकर लखनऊ मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया।परन्तु गंगाराम की मृत्यु ट्रामा सेन्टर के गेट पर ही हो गयी और उसके परिजन उसका शव लेकर अपने घर चले आए और पुलिस को उसकी मृत्यु की सूचना दी जिसने एक बार फिर अपनी हुनरमंदी का प्रदर्शन करते हुए तहरीर में उसके भाई से यह लिखवाकर बचाव पक्ष के वकील का काम आसान कर दिया कि गंगाराम के पेट में किसी कारणवश दर्द उठा और पेट फूलने लगा,जिसके फलस्वरुप बाद मंे उसकी मृत्यु हो गयी।

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