शनिवार, 5 जून 2010

बाराबंकी की मदर टेरेसा सम्मानित

बाराबंकी उ0 प्र0 जमीयत उर राईन द्वारा विगत दिवस जिला अस्पताल मे सिस्टर के रुप मे कार्यरत् एक वृद्ध महिला स्वास्थ्य कर्मी को उसकी उत्कृष्ट सेवाओं एवं साफसुथरी क्षवि के लिए सम्मान पत्र से नवाजा़।
सिस्टर क़मर जहाॅं जिस समय यह सम्मान जनपद के जिला अधिकारी विकास गोठलवाल के हाथों प्राप्त कर रही थीं तो उनकी आॅंख मे आसू छलक रहे थे। 15 मई 1978 को फैजाबाद मे स्टाफ नर्स की हैसियत से पद ग्रहण किया। वर्प 1980 वर्ष में उनके विवाहित जीवन मे अंधेरा छा गया और उनके पति मुजीब सिद्दीकी का देहान्त हो गया। जवानी मे ही विधवा हो जाने के बाद कमर जहां ने अपने जीवन का लक्ष्य नरसेवा को बनाया और मदर टेरेसा के पद चिन्हों पर चलकर रोगियो के दद्र को बाॅंटना प्रारम्भ कर दिया। न दिन को दिन, न रात को रात देखा उनका लक्ष्य केवल मरीजो की सेवा रही 1 जनवरी 1982 को वह फैजाबाद से स्थनान्तुरित होकर जिला अस्पताल आयी और पाॅंच साल से कुछ अधिक समय तक यहंाॅं सेवायं देने के पष्चात उनकी तैनाती एक जून सन् 1987 को जिला महिला अस्पताल मे कर दी गयी। कमर जहां ने यहां अपना अधिकांष समय आपरेषन थिएटर मे गुजारा जहां वाड्र,आया,स्वीपर से लेकर डाक्टर तक बगैर पैसा लिए कोई काम नही करते। परन्तु क़मर जहाॅं के दामन पर भ्रष्टाचार की एक छीट भी नही आने पायी। 25 सितम्बर 2001 को क़मर जहाॅं पदोन्नित प्राप्त करते हुए सिस्टर का चार्ज ग्रहण किया और जिला अस्पताल मे पुनः वापसी की तब से आज तक जिला अस्पताल के आपात कक्ष मे वह अपनी सेवाये दे रही है और परेषान हाल मरीजो के लिए एक मसीहा का किरदार निभा रही है।

- मोहम्मद तारिक खान

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