सोमवार, 19 जुलाई 2010

कोतवाली पुलिस ने 24 घण्टे के अन्दर अजीत पाण्डेय हत्या काण्ड को खोल दिया

बाराबंकी।सुलभ शौचालय के सुपर वाइजर अजीत कुमार पाण्डे की हत्या की गुत्थी नगर कोतवाली पुलिस ने सुलझा ली है। आज पुलिस लाइन में एक प्रेस वार्ता के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी श्रीपर्णा गांगुली ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अजीत कुमार पाण्डे की हत्या अय्याशी में बाधक बनने के कारण दो दोस्तो ने मिलकर की थी।पुलिस ने दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार करके उनकी निशानदेही पर रक्त रंजित ईंट भी बरामद कर ली।
 सुश्री गंागुली के अनुसार उक्त हत्या संजय पुत्र झगड़ू एवं मुन्ना उर्फ नूर आलम पुत्र ननकऊ उर्फ अमानत अली नि0पश्चिम कटरा कस्बा सिद्धौर थाना असंद्रा ने 17/18 जुलाई 2010 की रात अजीत कुमार पाण्डेय को शराब पिलाकर रिक्शे से घुमाने के बहाने देवा रोड स्थित एफ0सी0आई0 गोदाम के सामने स्थित धर्म काॅटा से ढकौली ग्राम जाने वाली रोड पर एक पुराने ईंट भट्ठे की भूमि पर लगी झाड़ियो के पास ईंट से सिर व चेहरे पर कई वार करके की थी।
 हत्या का कारण पुलिस के अनुसार यह था कि विगत 14 जुलाई केा सीतापुर से स्थानान्तरित होकर सुलभ शौचालय स्थित जिला अस्पताल में सुपरवाइजर के पद पर अपना चार्ज ग्रहण करने वाले अजीत कुमार पाण्डेय पुत्र जगदीश पाण्डेय नि0हरियाकलाॅ थाना रेवती जनपद बलिया रात में अपनी ड्यूटी के दौरान सुलभ शौचालय के पीछे एक कक्ष,जिसमें अस्पताल गेट के बाहर गोविन्द जूस कार्नर नामक व्यवसायी का जनरेटर रखा है,में उक्त दोनो दोस्त संजय,जो गोविन्द जूस कार्नर की दुकान पर नौकरी करता था और जनरेटर कक्ष में सोता था व मुन्ना उर्फ नूर आलम द्वारा यौनाचार हेतु लड़कियों के आवागमन पर बराबर आपत्ति करता था।इस बात से नाराज संजय और मुन्ना ने आपस में तय किया कि यह व्यक्ति उनकी अय्याशी के काम में बाधक है।अतः इसे रास्ते से हटाना जरुरी है।
अपने तयशुदा प्रोग्राम के तहत घटना वाली रात दोस्ती का  नाटक करतेे हुए अभिुक्तगण ने पहले मृतक अजीत कुमार पाण्डेय केा खूब शराब पिलायी और खुद भी पी फिर एक रिक्शे पर बैठ कर तीनो देवा रोड स्थित उक्त धर्म काॅटे पर पहुॅचे वहाॅ से रिक्शे केा छोड़कर दोनो दोस्तो ने बहाने से मृतक को ढकौली रोड के किनारे एक पुराने भटठे पर मौजूद झाड़ियो के पास ले जाकर दोनो उस पर पिल पड़े और एक ने उसे पकड़ लिया और दूसरे ने ईंट से उसके सिर पर घातक वार किया। बेहोश होकर गिर जाने पर दोनो मित्रों ने वहाॅ बैठकर पूर्णतया सतुष्टि कर ली कि वह अधिक रक्त स्राव से मर गया या नही।अजीत कुमार पाण्डेय का शरीर ठंडा हो गया तो दोनो मित्र मौके से फरार हो गये। पुलिस के अनुसार अभियुक्तगण ने अजीत की मृत्यु के पश्चात उसकी जेब से 1500 रुपये भी निकाल लिए थे,जिसमें से 600 रुपये पुलिस ने बरामद कर लिए तथा उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रक्त रंजित ईंट भी बरामद कर ली गयी। उल्लेेखनीय है कि अभियुक्त संजय इसके पूर्व वर्ष 2009 में थाना असन्द्रा से बलत्कार के मामले में जेल जा चुका

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