गुरुवार, 8 जुलाई 2010

शारीरिक दुर्बलता के शिकार व्यक्ति ने की आत्महत्या

बाराबंकी।मर्दाना कमजोरी का शिकार एक नवयुवक ने अपनी जिन्दगी से हार मानकर फाॅसी के फन्दे को चूम लिया।
 प्राप्त समाचार के अनुसार थाना रामनगर के बिछलका गांव में गिरिजेश कुमार(25) पुत्र कालीचरन लोध की लाश आज प्रातः गांव के समीप एक जामुन के पेड़ से तहमद के सहारे लटकती पायी गयी।सबसे पहले यह नजारा घटना स्थल से सटे रामानन्द के आवास से शौच के लिए निकली उसकी कमसिन लड़की ने देखा और वह चीखती हुई घर में आकर गिर पड़ी।पूछने पर उसने अपने पिता को लाश के सम्बन्ध में बताया।फिर सूचना पाकर गांव के अन्य लोग भी घटना स्थल पहुॅचे तो देखा कि गिरिजेश कुमार फाॅसी के फन्दे पर झूल रहा है।
 गिरिजेश की मौत के बारे में उसके परिजनो का कहना है कि वह विगत एक वर्ष से जब से उसकी शादी हुई थी,बीमार चल रहा था। उसका इलाज काफी दिनो से चल रहा था परन्तु कोई लाभ उसे हासिल नही हुआ था।इसी कारण अपनी जिन्दगी से आजिज होकर उसने आत्महत्या कर ली।परन्तु उसके भाई बालचन्द्र का कहना कुछ और था,उसके अनुसार उसका भाई नपुंसक था और इसी के चलते उसकी पत्नी मायके बैठ गयी थी।काफी इलाज के बावजूद जब उसकी स्थिति में सुधार नही हुआ तो वह इधर कुछ दिनों से काफी परेशान व गुमसुम रहता था।आत्मग्लानि उसके चेहरे पर साफ रुप से दिखती थी,इसी के चलते उसने अपनी बेबस जिन्दगी का परित्याग कर दिया।

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