गुरुवार, 19 अगस्त 2010

माया सरकार में जाति के आधार पर बदलते पैमाने

बाराबंकी।बिजली विभाग की लापरवाही से एक गरीब साइकिल का पंचर जेाड़ने वाले के घर का चिराग बुझ गया।घटना से आक्रोशित होकर लोेगो ने लाश केा देवां रोड पर रखकर प्रदर्शन किया।वे बिजली के अधिकारियों को वहाॅ बुलाने की मांग कर  रहे थे और मुआवजा की मांग भी उनके द्वारा की जा रही थी।घटना की सूचना पाकर वहाॅ एस0डी0एम0सदर अनिल कुमार सिंह पहुॅचे और अपनी ओर से मात्र 500 रुपये और जुबान से मुआवजा का आश्वासन देकर लौट आए।अंततः गरीब की नही सुनी गयी और मात्र आश्वासन की उम्मीद पर लोग यह कहते हुए अपने घरों में लौट गए कि यदि मरने वाला दलित होता तो जिला प्रशासन व बिजली मोहकमे का रवैया कुछ और होता।
 यह दर्दनाक घटना आज दोपहर दो बजे की है,जब नगर कोतवाली के मोहल्ले रफी नगर दुर्गापुरी के नईमउल्ला,जेा कि फुटपाथ पर बैठकर साइकिल रिपेयरिंग एवं पंचर बनाने का कार्य करता है तथा जिसकी पत्नी मोहल्ले के घरों में झाड़ू बर्तन करके अपने परिवार का पालन पोषण करती है जिसका 12 वर्ष का लड़का अरमान अपने घर के नजदीक लगे लोहे के बिजली के खम्बे के स्टैक(खम्बे केा सहारा देने वाला तार) से टेक लगाकर जैसे ही खड़ा हुआ उसकी दाहिनी बाॅह तार से चिपक गयी और उसका पैर लडखड़ाकर खम्बे के किनारे नाली में चला गया।एक तो करेन्ट ऊपर से नाली का पानी पूरा सर्किट करेन्ट का पूरा हो गया।परिणाम स्वरुप बालक के प्राण पखेरु मौके पर ही उड़ गए।इस घटना की सूचना पाकर क्षेत्र के सभासद सादिक हुसैन तथा नगर परिषद नवाबगंज के चेयरमैन हफीज भारती के भाई सहित सैकड़ो लोग आक्रोशित होकर वहाॅ जमा हेा गए। सभासद द्वारा क्षेत्र के जे0ई0 भदौरिया तथा अवर अभियन्ता कप्तान सिंह को सूचित किया गया तथा मौके पर आने का आग्रह किया गया।दोनो ने मौके पर आने से यह कहकर इंकार किया कि हमें जनता से पिटाई नही चाहिए।बस इतना उन्होने किया कि क्षत्रीय लाइन मैन विनोद यादव केा भेज कर लाइन कटवा दी।
 नगर परिषद चेयरमैन के ग्रह वार्ड दुर्गापुरी में घटी इस घटना को अधिकारियों ने कितना संजीदगी से लिया इसकी मिसाल यह है कि चेयरमैन का फोन तक विद्युत अधिशाषी अभियन्ता सुनील कुमार ने नही उठाया।तब उन्होने एस0डी0एम0 केा सूचना दी,जो मौके पर पहुॅचंे।एस0डी0एम0 ने अपने विशेष अंदाज मंे आक्रोशित भीड़ को संतुष्ट करने की असफल कोशिश की और अपनी ओर से 500 रुपये देते हुए सभासद तथा अन्य संभ्रान्त नागरिकेा से भी आर्थिक सहायता करने को कहा और जनता के सामने विद्युत अधिशाषी अभियन्ता से मृतक को आर्थिक सहायता तुरन्त उपलब्ध कराने को कहा।इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से भी आर्थिक अनुदान दिलाने का आश्वासन उन्होने दिया।परन्तु जब घण्टा भर बीत जाने के पश्चात भी विद्युत विभाग से कोई भी उच्चाधिकारी मृतक परिवार के पास राहत लेकर नही पहुॅचा तो आक्रोशित होकर स्थानीय नागरिकों ने देवां रोड जाम कर दी।पुनः पुलिस फोर्स के साथ एस0डी0एम0मौके पर पहुॅचे और अपनी लच्छेदार बातो से भीड़ केा शांत कर इस बात के लिए राजी कर लिया कि शव का पोस्टमार्टम हो जाए और करेन्ट की पुष्टि के बाद ही अनुदान की बात आएगी।
 विद्युत विभाग की लापरवाही का यह कोई पहला वाक्या नही है,इससे पहले भी नगर व जनपद में बराबर घटनाएं होती रही है,परन्तु विद्युत विभाग के अफसरों की बेहिसी में कोई फर्क नही आया है।जनता के मन में स्पष्ट रुप से यह बात रही कि यदि यह बालक मुस्लिम न होकर दलित होता तो शायद जिला प्रशासन व विद्युत विभाग दोनो का रवैया कुछ और होता।
                                               मो.तारिक खान

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