(1)
ST 310/08
सरकार खालिद
मुजाहिद व 3
PW N 1
27.05.2009
प्रधान आरक्षी कन्हैयालाल वर्तमान तैनाती ैण्च्ण्व्ण्
कार्यालय बाराबंकी ने शपथ पूर्वक बयान किया कि
दिनांक 22.12.2007 को मैं बहैसियत
प्रधान आरक्षी थाना कोतवाली नगर जिला बाराबंकी
में कार्यरत था और मेरे सहयोगी आरक्षी लिपिक
अर्जुन प्रसाद चैधरी भी तैनात थे तथा उबेदउल्ला
कम्प्युटर आपरेटर भी थाना कोतवाली बाराबंकी में
तैनात था मेरे साथ उपरोक्त दोनों कर्मचारी
मेरे साथ on duty थे।
उस दिन 9.15 AM पर
पुलिस अधीक्षक चिरंजीवनाथ व अपर पुलिस
अधीक्षक मनोज कुमार झां, पुलिस अधीक्षक
एस. आनंद व SOविनय कुमार व
SOधनंजय मिश्रा,OP व व्च् पाण्डेय CI ओम
रामजन सिंह, CI जय प्रकाश गुप्ता PAC
CI नीरज पाण्डेय चालक शिव प्रकाश सिंह
वाहन संख्या UP 32 BG2054 वSO
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मुजाहिद व 3
PW N 1
27.05.2009
सत्य प्रकाश सिंह,SO अजय चतुर्वेदी HC पंकज
दिवेदी HC राजकुमार सिंह, CI राजेश मिश्र अमित
सिंह CI उस्मान खां,CI सत्य प्रकाश सिंहCI
कृष्णाकांत त्रिपाठी PAC चालक विजय सिंह
वाहन संख्या UP 32 BG 2017,SO
धर्मेश शाहीSSI चौक लखनऊ गुलाब शंकर पाण्डेय,
SO इन्द्रजीत चौहान थाना वजीरगंज,CI AP
977 आलोक कुमार व HC सुभाष सिंह
CI नीरज PACCI भूपेन्द्र PACCI ओम
वीर PAC चालक यशवंत कुमार वाहन संख्या
UP32 BG 0424 SOसंदीप मिश्रा
CI सम्भावली प्रसाद शर्मा, CI रविन्द्र PAC
HC वीरेन्द्र यादव CI वकील अहमदCI अरविन्द
अवस्थी, CI अंगद यादव, CI जे0के0 सिंह
चालक कालीचरन वाहन संख्या 32AB
4798 मय एक किता फर्द व दो अदद
मुल्जिम मय माल दो बण्डल सर्व मुहर मय
नमूना मुहर लाकर वादी ने थाना कोतवाली में
मुझे दिया।
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वह फर्द शामिल मिसिल है। मेरे सामने है
जो कपड़ा से एक अ 10 ता अ 14 है के
दाखिला के आधार पर मैंने बोलकर कम्प्यूटर
आपरेटर कुवैत उल्ला से लिखाई जो मैंने
बोला था वही उसने कम्प्यूटर पर Type किया
था जिसकी अपराध संख्या 1891/07 धारा
115, 332, 120बी ए 121, 121ए, 122, 124ए, 307,
302, आई0पी0सी0 व 16/18/20/23 विधि विरूद्ध
क्रिया कलाप निवारण अधिनियम व 4/5 विस्फोटक
पदार्थ अधिनियम में मुकदमा कायम किया
फिर कहा अपराध संख्या 1891/07 उपरोक्त
अपराध संख्या में धारा 121, 121ए, 122, 124ए/332
आई0पी0सी0 व 16/18/20/23 विधि विरूद्ध
क्रिया कलाप निवारण अधिनियम व 4/5
विस्फोटक पदार्थ अधिनियम मुकदमा कम्प्यूटर
पर बोलकर पंजीकृत कराया था। पत्रावली
पर उपलब्ध अपराध संख्या 1891/07 की मूल
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कम्प्यूटराइज चिक कागज 2/LA 68A9
शामिल पत्रावली है मेरे सामने है जिसके कागज
संख्याA.942 559 वेदनाथ दुबे के
हस्ताक्षर है, वेदनाथ दुबे को साथ तैनाती
के कारण लिखित पठित हस्ताक्षर करते देखा है
मैं उनके लेख व हस्तलेख व हस्ताक्षर से
भली प्रकार परिचित हूँ जिस पर प्रदर्शक-1
डाला गया। जो चार वर्क (चार पत्र) में ही इस
मुकदमें के कायमी का इन्द्राज CI अर्जुन प्रसाद चौधरी
मेरी मौजूदगी में अपने लेख व हस्ताक्षर से
किया था। दोनों मुल्जिमान मोहम्मद खालिद मुजाहिद
एवं तारिक काजमी का एवं सम्बंधित माल
मुकदमा भी सर्व मुहर मय नमूना मुहर का दाखिल
क्रमश हवालात व माल रवाना में उपरोक्त
का0 राय 1 अर्जुन प्रसाद चैधरी ने मेरी मौजूदगी
में कराया था। कम्प्यूटर आपरेटर का नाम कुवैत
उल्ला है।
Cross by defence ---Fbanch
adv far aqu Tariq Kasmi _______
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कम्प्यूटर पर यह एफ0आई0आर0 दर्ज करने के लिए 9.15
पर जैसे मिली कम्प्यूटर पर लिखाना शुरू कर दिया
इस पूरी कार्यवाही में मुझ एक सवा घण्टा
लग गया। कम्प्यूटर उस दिन दोनों से चल
रहा था अर्थात लाइट से व जनरेटर से चल
रहा था। थाना कोतवाली नगर बाराबंकी जनरेटर व बिजली
दोनों से चलती है।
यह कहना गलत है कि जिस य समय
मैं एफ0आई0आर0 लिखवा रहा था उस समय बिजली
मौजूद नही थी। प्रथम सूचना रिपोर्ट की तहरीर मुझे
थाना प्रभारी निरीक्षक महोदय थाना कोतवाली
नगर बाराबंकी द्वारा मिली। जैसे ही मुझे तहरीर
मिली कम्प्यूटर आपरेटर को बोलना शुरू कर
दिया। इस वाद से सम्बंधित अधिकारी
मेरे कम्प्यूटर कक्ष में चले जाने का समय
थाना कोतवाली नगर बाराबंकी में है। कार्यालय में
बैठे रहे मैं उनमें से पहिले से किसी भी
अधिकारी को नहीं पहचानता था।
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वे किन-किन वाहनों से आए थे मैं नही बता
सकता न मैंने उनके वाहनों को देखा। अगर
मैंने कौन सा अधिकारी किस वाहन से आया है
तो वह मेरे इल्म से गलत है इस कायमी
करदम के दिन इसके पहिले मैंने कार्यालय
मुकदमा दर्ज नही किया था एक दिन पहिले
मुकदमा दर्ज किया था। इस वाद को कायम
होने के बाद किसी आफिसर ने मुझसे कोई
पूछताछ नही की। यह कहना गलत है कि
मैंने सारी कार्यवाही पुलिस लाइन में बैठकर
की।
Cross by Khalid Muzahid
अवसर दिया गया जिरह
सुनकर तस्दीक
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कार्यालय बाराबंकी ने शपथ पूर्वक बयान किया कि
दिनांक 22.12.2007 को मैं बहैसियत
प्रधान आरक्षी थाना कोतवाली नगर जिला बाराबंकी
में कार्यरत था और मेरे सहयोगी आरक्षी लिपिक
अर्जुन प्रसाद चैधरी भी तैनात थे तथा उबेदउल्ला
कम्प्युटर आपरेटर भी थाना कोतवाली बाराबंकी में
तैनात था मेरे साथ उपरोक्त दोनों कर्मचारी
मेरे साथ on duty थे।
उस दिन 9.15 AM पर
पुलिस अधीक्षक चिरंजीवनाथ व अपर पुलिस
अधीक्षक मनोज कुमार झां, पुलिस अधीक्षक
एस. आनंद व SOविनय कुमार व
SOधनंजय मिश्रा,OP व व्च् पाण्डेय CI ओम
रामजन सिंह, CI जय प्रकाश गुप्ता PAC
CI नीरज पाण्डेय चालक शिव प्रकाश सिंह
वाहन संख्या UP 32 BG2054 वSO
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सत्य प्रकाश सिंह,SO अजय चतुर्वेदी HC पंकज
दिवेदी HC राजकुमार सिंह, CI राजेश मिश्र अमित
सिंह CI उस्मान खां,CI सत्य प्रकाश सिंहCI
कृष्णाकांत त्रिपाठी PAC चालक विजय सिंह
वाहन संख्या UP 32 BG 2017,SO
धर्मेश शाहीSSI चौक लखनऊ गुलाब शंकर पाण्डेय,
SO इन्द्रजीत चौहान थाना वजीरगंज,CI AP
977 आलोक कुमार व HC सुभाष सिंह
CI नीरज PACCI भूपेन्द्र PACCI ओम
वीर PAC चालक यशवंत कुमार वाहन संख्या
UP32 BG 0424 SOसंदीप मिश्रा
CI सम्भावली प्रसाद शर्मा, CI रविन्द्र PAC
HC वीरेन्द्र यादव CI वकील अहमदCI अरविन्द
अवस्थी, CI अंगद यादव, CI जे0के0 सिंह
चालक कालीचरन वाहन संख्या 32AB
4798 मय एक किता फर्द व दो अदद
मुल्जिम मय माल दो बण्डल सर्व मुहर मय
नमूना मुहर लाकर वादी ने थाना कोतवाली में
मुझे दिया।
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मुजाहिद व 3
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वह फर्द शामिल मिसिल है। मेरे सामने है
जो कपड़ा से एक अ 10 ता अ 14 है के
दाखिला के आधार पर मैंने बोलकर कम्प्यूटर
आपरेटर कुवैत उल्ला से लिखाई जो मैंने
बोला था वही उसने कम्प्यूटर पर Type किया
था जिसकी अपराध संख्या 1891/07 धारा
115, 332, 120बी ए 121, 121ए, 122, 124ए, 307,
302, आई0पी0सी0 व 16/18/20/23 विधि विरूद्ध
क्रिया कलाप निवारण अधिनियम व 4/5 विस्फोटक
पदार्थ अधिनियम में मुकदमा कायम किया
फिर कहा अपराध संख्या 1891/07 उपरोक्त
अपराध संख्या में धारा 121, 121ए, 122, 124ए/332
आई0पी0सी0 व 16/18/20/23 विधि विरूद्ध
क्रिया कलाप निवारण अधिनियम व 4/5
विस्फोटक पदार्थ अधिनियम मुकदमा कम्प्यूटर
पर बोलकर पंजीकृत कराया था। पत्रावली
पर उपलब्ध अपराध संख्या 1891/07 की मूल
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कम्प्यूटराइज चिक कागज 2/LA 68A9
शामिल पत्रावली है मेरे सामने है जिसके कागज
संख्याA.942 559 वेदनाथ दुबे के
हस्ताक्षर है, वेदनाथ दुबे को साथ तैनाती
के कारण लिखित पठित हस्ताक्षर करते देखा है
मैं उनके लेख व हस्तलेख व हस्ताक्षर से
भली प्रकार परिचित हूँ जिस पर प्रदर्शक-1
डाला गया। जो चार वर्क (चार पत्र) में ही इस
मुकदमें के कायमी का इन्द्राज CI अर्जुन प्रसाद चौधरी
मेरी मौजूदगी में अपने लेख व हस्ताक्षर से
किया था। दोनों मुल्जिमान मोहम्मद खालिद मुजाहिद
एवं तारिक काजमी का एवं सम्बंधित माल
मुकदमा भी सर्व मुहर मय नमूना मुहर का दाखिल
क्रमश हवालात व माल रवाना में उपरोक्त
का0 राय 1 अर्जुन प्रसाद चैधरी ने मेरी मौजूदगी
में कराया था। कम्प्यूटर आपरेटर का नाम कुवैत
उल्ला है।
Cross by defence ---Fbanch
adv far aqu Tariq Kasmi _______
Page ------------- (5)
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सरकार खालिद
मुजाहिद व 3
PW N 1
27.05.2009
कम्प्यूटर पर यह एफ0आई0आर0 दर्ज करने के लिए 9.15
पर जैसे मिली कम्प्यूटर पर लिखाना शुरू कर दिया
इस पूरी कार्यवाही में मुझ एक सवा घण्टा
लग गया। कम्प्यूटर उस दिन दोनों से चल
रहा था अर्थात लाइट से व जनरेटर से चल
रहा था। थाना कोतवाली नगर बाराबंकी जनरेटर व बिजली
दोनों से चलती है।
यह कहना गलत है कि जिस य समय
मैं एफ0आई0आर0 लिखवा रहा था उस समय बिजली
मौजूद नही थी। प्रथम सूचना रिपोर्ट की तहरीर मुझे
थाना प्रभारी निरीक्षक महोदय थाना कोतवाली
नगर बाराबंकी द्वारा मिली। जैसे ही मुझे तहरीर
मिली कम्प्यूटर आपरेटर को बोलना शुरू कर
दिया। इस वाद से सम्बंधित अधिकारी
मेरे कम्प्यूटर कक्ष में चले जाने का समय
थाना कोतवाली नगर बाराबंकी में है। कार्यालय में
बैठे रहे मैं उनमें से पहिले से किसी भी
अधिकारी को नहीं पहचानता था।
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सरकार खालिद
मुजाहिद व 3
PW N 1
27.05.2009
वे किन-किन वाहनों से आए थे मैं नही बता
सकता न मैंने उनके वाहनों को देखा। अगर
मैंने कौन सा अधिकारी किस वाहन से आया है
तो वह मेरे इल्म से गलत है इस कायमी
करदम के दिन इसके पहिले मैंने कार्यालय
मुकदमा दर्ज नही किया था एक दिन पहिले
मुकदमा दर्ज किया था। इस वाद को कायम
होने के बाद किसी आफिसर ने मुझसे कोई
पूछताछ नही की। यह कहना गलत है कि
मैंने सारी कार्यवाही पुलिस लाइन में बैठकर
की।
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सुनकर तस्दीक
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