बुधवार, 18 मई 2016

किसान कर्जे के मकड़जाल में फंसकर आत्म हत्यायें कर रहा है

किसान जन जागरण यात्रा के नेता राजेन्द्र यादव व बाराबंकी के सीनियर अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन व अन्य यात्रा से सम्बंधित मामलो पर विचार विमर्श करते हुए
       
बाराबंकी। मत और सरकार दोनां पूंजीवादी पार्टियों को चाहिए किन्तु जनता की व्यवस्था करने में राजनीतिक दल असफल हो रहे है।
यह आरोप लगाते हुए किसान सभा द्वारा 11 अप्रैल से चल रही किसान जन जागरण यात्रा हैदरगढ़ बस अड्डे पर पहुँची तो किसान सभा के नेता पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव ने कहा कि बुन्देलखण्ड में सूखे के कारण मानवता कराह रही है। किसान की खेती सूख गयी है खेती को जानवरों को चरने के लिए छोड़ दिया गया है। भूख और प्यास की ज्वाला को शान्त करने के लिए भारी संख्या में किसान मजदूरी करने के लिए देश के विभिन्न महानगरों में जा चुका है।
सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक जयराम सिंह ने कहा कि किसानों को लाभकारी मूल्य न मिलने के कारण, घाटे की खेती के कारण किसान कर्जे के मकड़जाल में फंसकर आत्म हत्यायें कर रहा है। सरकारें चुप है।
किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज बेग ने कहा कि विभिन्न किसान समस्याओं को हल कराने के लिए 20 मई को विधान सभा के सामने विशाल प्रर्दशन होगा।
किसान जागरण यात्रा में रामकुमार भारती, जयशंकर सिंह, अर्चना उपाध्याय, राधेयादव, सीताराम यादव, रामाज्ञा यादव, शारदानाथ पाण्डेय, धमेन्द्र यादव आदि प्रमुख नेता शामिल है।
हैदरगढ़ में बृजमोहन वर्मा, रणधीर सिंह सुमन, किसान सभा के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह, कर्मवीर सिंह, गिरीश चन्द्र, योगेन्द्र सिंह, रामनरेश वर्मा, मास्टर ओम प्रकाश, नसीर नगर के प्रधान अमर सिंह ने किसान जनजागरण यात्रा का स्वागत किया।


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