गुरुवार, 19 मई 2016

राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन हो

बाराबंकी। राष्ट्रीय किसान आयोग के गठन, 60 वर्षों के बाद सभी किसानों, खेत मजदूरों, ग्रामीण दस्तकारों को केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर दस हजार रूपये मासिक पेंशन दें।

यह मांग करते हुए किसान सभा के संरक्षक पूर्व विधायक जयराम सिंह किसान जागरण यात्रा करते हुए पवईयाबाद की सभा में कहा कि किसानों के कर्जे अगर माफ न किये गये और लाभकारी मूल्य न दिलाया गया तो किसानों के पास आत्म हत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं है। पूरे देश में विभिन्न जगहों पर पानी का संकट पैदा हो गया है, जिससे आदमी ही नहीं जीव जगत का अस्तित्व खतरे में आता हुआ दिखाई दे रहा है।
वहीं किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज बेग ने कहा कि किसानों का 20 मई को विधान सभा पर होने वाला प्रदर्शन के बाद भी किसान आन्दोलन बन्द नहीं होगा और किसानों की खुशहाली के लिए किसान सभा संघर्षरत् रहेगी।
किसान जागरण यात्रा के मुख्य नेता पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव ने कहा कि कृषि लागत दर और महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। जिसे हरहाल में रोकना होगा और इसे रोकने के लिए संगठित और भारदार किसान आन्दोलन की जरूरत आज सबसे ज्यादा है। खेती को बचाना है तो गांव को भी बचाना होगा। गांव बचेगा तभी खेती व किसानी बचेगी। खेती और गांव बचाकर ही हम किसान और देश को बचा सकते हैं। यह सच्ची देशभक्ति और राष्ट्रवाद है।
सभा को राजदेव यादव, रामकुमार भारती, अर्चना उपाध्याय, जयशंकर सिंह, बृजमोहन वर्मा, डा0 कौसर हुसैन आदि ने भी सम्बोधित किया। किसान जागरण यात्रा का स्वागत मुनेश्वर वर्मा, रामशंकर वर्मा, उमाकान्त, रमेश मौर्य, अरूण कुमार वर्मा आदि ने किया।
किसान यात्रा जनपद से रणधीर सिंह सुमन, बृजमोहन वर्मा, गिरीश चन्द्र, कर्मवीर सिंह, रामनरेश, अमर सिंह, विनय कुमार सिंह, अशोक, वीरेन्द्र, उत्तम पाण्डेय, धर्मेन्द्र यादव, सत्येन्द्र कुमार आदि प्रमुख लोग रहे।

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