शुक्रवार, 17 मार्च 2023
मोदी के इन बयानों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मोहन भागवत कब माफी मांगेंगे
मोदी के इन बयानों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मोहन भागवत कब माफी मांगेंगे -
गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2013 में भारतीय मूल के अमेरिकियों को संबोधित किया था और उनके प्रश्नों के जवाब भी दिए थे.
ये बात 13 मई 2013 की है.
'वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग' के ज़रिए बोलते हुए उन्होंने भारत की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा था कि 'भारत में कमज़ोर नेताओं की सरकार है.
उन्होंने तत्कालीन यूपीए की सरकार पर 'भ्रष्टाचार' का आरोप लगाते हुए कहा था कि 'सरकार के प्रति लोगों का भरोसा और विश्वास' ख़त्म हो चुका है.
वर्ष 2015 में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के अपने दौरे में टोरंटो में जो भाषण दिया था, उसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने उनकी आलोचना की थी.
जिनको गंदगी करनी थी वो गंदगी करके चले गए, पर हम सफ़ाई करेंगे
2015 में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं के दौरान पिछली सरकार की आलोचना को लेकर भी संसद में हंगामा हुआ था.
वर्ष 2015 को 28 अप्रैल के दिन राज्यसभा में हंगामे के बीच तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री का बचाव करते हुए राज्यसभा में कहा था कि प्रधानमंत्री की "विदेश यात्राओं के दौरान उनके बोलने पर किसी भी प्रतिबंध के कोई आदेश नहीं है."
उसी दिन राज्यसभा में कांग्रेस के आनंद शर्मा ने टोरंटो में 'प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए भाषण' का मुद्दा उठाया था.
आनंद शर्मा का आरोप था कि "प्रधानमंत्री ने कहा था पहले भारत 'स्कैम इंडिया' था अब 'स्किल इंडिया' बन गया है."
इसको लेकर भाजपा के मुख़्तार अब्बास नक़वी और आनंद शर्मा के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई थी.
आनंद शर्मा ने सदन को संबोधित करते हुए कहा था कि "ग़लतियाँ हो सकती हैं मगर देश को 'स्कैम' नहीं कहा जा सकता है."
वर्ष 2015 के ही मई माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन और दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान उनके भाषणों की आलोचना हुई.
16 मई को शंघाई में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि "एक साल पहले तक जिनको शर्म आती थी, अब वो ख़ुद को भारतीय कहने में गर्व महसूस करते हैं."
एक साल पहले तक जिनको शर्म आती थी, अब वो ख़ुद को भारतीय कहने में गर्व महसूस करते हैं
शंघाई में नरेंद्र मोदी, 16 मई 2015
फिर पिछले साल मई के महीने में मोदी यूरोपीय देशों के दौरे पर थे जिस क्रम में दो मई को उन्होंने जर्मनी के बर्लिन में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए पिछली सरकार की आलोचना की थी.
उन्होंने कहा था कि वर्ष 2014 से पहले भारत 'वर्क इन प्रोग्रेस' था लेकिन "पिछले आठ सालों में भारत ने विकास की लंबी छलांग लगानी शुरू कर दी है."
वर्ष 2015 के ही सितंबर माह में अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में एक सभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था, 'देश में भ्रष्टाचार एक संस्कृति' बन गई है. उन्होंने कहा कि राजनेताओं पर आरोप बड़ी आसानी से लगने लगते हैं.
संसद और उसके बाहर लगातार जारी विवाद के बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने 14 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी के विदेश में दिए गए बयानों का हवाला देते हुए सवाल पूछा, "क्या प्रधानमंत्री के ऐसे बयान देश का अपमान नहीं हैं?"
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