रविवार, 8 अगस्त 2010

हत्या के प्रयास मुकदमें में फॅसे यंग स्ट्रीम कालेज के प्रबंधक को दी पुलिस ने क्लीन चिट

बाराबंकी।हत्या के प्रयास के मुकदमंे में फॅसे यंग स्ट्रीम इण्टर कालेज के प्रबंधक के0एम0चतुर्वेदी सहित चार अभियुक्तों को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है। घटना में घायल कालेज के पूर्व छात्र की माॅ के द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर उक्त अभियुक्तोें केा नामजद करते हुए पुलिस ने धारा-307 भा0दि0वि0 के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
 आज शाम नगर कोतवाली में प्रेस केा ब्रीफ करते हुए नगर केातवाल जितेन्द्र गिरि ने बताया कि मजरुब (घायल) विजय आनन्द पूर्व में यंग स्ट्रीम कालेज का छात्र था और उसकी गलत हरकतों एवं गतिविधियों के कारण अनुशासन हीनता केा आधार बनाकर कालेज प्रबंध तन्त्र ने उसे कालेज से विगत वर्ष निष्कासित कर दिया था। इस कुण्ठा से ग्रसित विजय आनन्द अपने लोफर साथियों के साथ बराबर यंग स्ट्रीम कालेज आने जाने वाली छात्राओं एवं कम उम्र की शिक्षिकाओं पर अश्लील रिमार्क पास किया करता था जिसका विरोध कालेज प्रबन्ध तन्त्र करता था और मौखिक रुप से सिविल लाइन चैकी प्रभारी कृष्ण मुरारी शर्मा को कालेज के प्रबंधक के0एम0चतुर्वेदी ने विजय आनन्द व उसके साथियों की इन हरकतों के बारे में अवगत कराया था जिस पर चैकी प्रभारी ने विजय आनन्द के घर पहुॅचकर उसके घर वालों को आगाह किया था कि वह अपने इस बालक को नियन्त्रित करे वरना पुलिस उसके विरुद्ध कार्यवायी करने पर मजबूर होगी।
 परन्तु विजय आनन्द अपनी हरकतों से बाज नही आया और घटना वाली रात के एक दिन पूर्व यंग स्ट्रीम कालेज के गेट के सामने पहुॅचकर फिर बदतमीजी शुरु कर दी।जिसका विरोध कालेज के प्रबंधक के0एम0चतुर्वेदी व अन्य स्टाफ ने किया और उसे डाॅट फटकार व बेइज्जत कर उसे भगा दिया।इस बात से रुष्ट होकर पुलिस के अनुसार विजय आनन्द ने अपने साथियों क्रमशः भास्कर सिंह नि0शुगर मिल कालोनी,रवि कुमार नि0गांधी नगर,विजय कुमार व धीरज कुमार निवासीगण जीतनगर,सुरेश कुमार नि0सूतमिल कालोनी एवं दो अन्य  दोस्तों के साथ बदला लेने की नियत से योजनाबद्ध तरीके से यंग स्ट्रीम कालेज कब्रिस्तान होकर रात आठ बजे के करीब जा रहा था कि कब्रिस्तान की ऊॅची नीची भूमि होने के कारण उसका पैर गड्ढे में पड़ गया और वह फिसलकर गिर गया,जिससे पैन्ट में बायीं ओर लगे उसके 12 बोर तमन्चे से फायर हो गया तथा गोली उसके पेट के निचले भाग में लग गयी। इस घटना के पश्चात विजय आनन्द के साथी भागने लगे परन्तुु विजय ने भागते हुए अपने साथी भास्कर सिंह व रवि कुमार को आवाज देकर वापस बुलाया जिन्होने विजय आनन्द के कहने पर उसकी कमर में लगा तमन्चा व खोखा कारतूस कब्रिस्तान की झाड़ियों में फेंक दिया और उसके घर जाकर यह बताया कि विजय आनन्द केा के0एम0चतुर्वेदी व उनके स्टाफ ने गोली मार दी।
 पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि प्रभारी निरीक्षक नगर केातवाली जितेन्द्र गिरि,वरिष्ट उप निरीक्षक एस0के0त्रिपाठी,सिविल लाइन चैकी प्रभारी कृष्ण मुरारी शर्मा द्वारा सही ढंग से व सही दिशा से विवेचना करके घटना के समय मौजूद भास्कर सिंह,रवि कुमार व विनय कुमार,धीरज कुमार व सुरेश शर्मा से तथ्यों की सही जानकारी प्राप्त कर घटना में प्रयुक्त तमन्चा व 1 खोखा कारतूस बरामद कर घटना का सफल अनावरण कर दिया।
 उधर घटना के खुलासे से पुलिस कप्तान नवनीत कुमार राणा ने अपनी अनभिज्ञता जतायी और कमोवेश यही बात अपर पुलिस अधीक्षक  अजय प्रताप ने कही।-तारिक खान

कोई टिप्पणी नहीं: