गुरुवार, 12 अगस्त 2010

त्योहारों के अवसर पर शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी से गाफिल जिला प्रशासन

बाराबंकी।पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण सूची को अंतिम शक्ल देने में जुटे जिला प्रशासन ने रमजान की ओर से ऐसा मुॅह मोड़ा कि हर वर्ष इस अवसर पर की जाने वाली शांति समिति की बैठक भी नही करायी गयी और शांति व्यवस्था के मामले में उस समय इतना लचर रुख अपनाया गया जब मानसून सत्र के दौरान दोनो सदनो में सम्पूर्ण विपक्ष सरकार को  अपने घेरे में लिए हुए है।
 रमजान,रक्षाबन्धन तथा नाग पंचमी के त्योहारो के मद्देनजर जहाॅ धार्मिक सदभावना के अक्सर बिगड़ने की आशंका रहती है और इसके लिए सरकार की ओर से विशेष निर्देश जारी करके प्रशासन को यह हिदायत दी जाती है कि वह शरारती तत्वों पर निगाह रखे और किसी भी छोटे से छोटे विवाद को हल्के में न ले क्योंकि कभी शरारती तत्व तो कभी राजनीतिक बदनीयती गंगा जमुनी सभ्यता के ताने बाने केा छिन्न भिन्न कर सकती है।
 परन्तु इस बार पंचायत चुनाव की खुमारी में जिला प्रशासन ऐसा मदहोश हुआ कि उसने इन त्योहारों पर से अपना ध्यान किनारे कर शांति व्यवस्था बनाने के लिए आवश्यक शांति समिति की बैठक करना भी मुनासिब नही समझा। दूसरी ओर शरारती तत्वों व धार्मिक सदभावना के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्र पीरबटावन व कटरा के मध्य नजूल भूमि पर अवैध रुप से कब्जा जमाये कुछ दबंग किस्म के लोगो के द्वारा सड़क पर नाॅद गाड़कर दर्जन भर गाय भैंस बाॅधने से बगल की मस्जिद में जाते आते नमाजियों से उनके टकराव की स्थिति उत्पन्न हो चली है।पिछले जुमे को मुस्लिम समुदाय द्वारा इस बाबत अपने आके्राश का प्रदर्शन किया गया स्थिति तनाव पूर्ण होती इससे पहले स्थानीय संभ्रान्त नागरिकों ने आगे बढकर मामले को संभाल लिया।नगरपालिका प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए अवैध कब्जाधारियों को जे0सी0बी0 लगाकर उखाड़ फेंका।परन्तु जैसा कि अक्सर ऐसे मामलों में होता है अवैध कब्जाधारियों के पक्ष में उसके कुछ हिमायती अपनी राजनीतिक दुकान लेकर आ गये तब जाकर प्रशासनिक अधिकारियों के कान पर हल्की सी जूॅ रेंगी और उपजिलाधिकारी सदर एवं नगर क्षेत्राधिकारी अधिकारी व नगर कोतवाल ने दोनो पक्षो को कोतवाली पर बुलाकर समझौता इस शर्त पर करा दिया कि अवैध कब्जाधारी अपनी भैसे गाये लेकर नागेश्वर नाथ शमसान घाट किनारे परती जमीन पर अपनी डेयरी फिलहाल स्थापित कर लेंगे और अपनी स्वेच्छा से उ0प्र0जमीयत उर राईन के प्रदेश अध्यक्ष व सपा नेता मो0वसीम ने हैण्ड पम्प और प्लास्टिक त्रिपाल भी उन्हे उपलब्ध कराने की बात कही।बावजूद इसके एक सप्ताह गुजर जाने के पश्चात भी यह ढीट किस्म के अवैध कब्जाधारी अपने मवेशी लिए सड़क के मध्य मौजूद है और इधर जिला प्रशासन फिर सेा गया है।कल फिर जुमेे का दिन है।पूरी मुस्लिम कौम इस समय रमजान के माह में धार्मिक आवेश से चार्ज है खतरा सिर पर खड़ा है।

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