रविवार, 12 सितंबर 2010

देवां ब्लाक में शारदा नहर के कटान से कई गांव जलमग्न,

बाराबंकी।थाना देवां अंतर्गत मित्तई चैकी के समीप शारदा नहर की कटान से ग्राम बछेटिया व बबुरी समेत कई गांवों में अचानक पानी कमर कमर भर गया है।अचानक आए पानी से इन गांवों मे अफरा तफरी फैल गयी और लोग दहशत जदा होकर अपनी गृहस्थी को जितना बस चला समेट कर गांव छोड़कर भाग खड़े हुए है।मौके पर जिलाधिकारी विकास गोठलवाल तथा पुलिस अधीक्षक नवनीत कुमार राणा ने जाकर बचाव कार्य की रुपरेखा तैयार कर युद्ध स्तर पर पुलिस व पी0ए0सी0के जवानों की सहायता से प्रारम्भ कर दिया है।किसी मवेशी या जनहानि की अभी तक सूचना नही प्राप्त हुई है।
 आज अपरान्ह थाना देवां की मित्तई चैकी अंतर्गत बबुरी गांव के समीप के दो मजरे बछेटिया व नईमऊ के पास लगभग 50 मीटर चैड़ाई में शारदा नहर के अचानक कट जाने से क्षेत्र में भयावह स्थिति बन गयी है।लगभग एक हजार से अधिक आबादी इस नहर कटान के पानी के जल भराव से प्रभावित हुई है।क्षेत्र में काफी अफरा तफरी का माहौल है,स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए जिलाधिकारी विकास गोठलवाल ने मौके पर जाकर स्वयं राहत की कमान सम्भाल ली है।पी0ए0सी0 गोताखोरों के साथ पी0ए0सी0 के जवानों ने मोर्चा सम्भाल कर पानी में फॅसे लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुॅचाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया।
 आश्चर्य की बात यह रही कि नहर विभाग को सूचना कई घण्टे बाद मिली और प्रारम्भ में केवल बीस मीटर नहर कटी थी यदि तुरन्त नहर विभाग को सूचना अपने हलका पतरौल द्वारा मिल जाती तो शायद स्थिति इतनी न बिगड़ती।जिलाधिकारी पहुॅचने के पश्चात नहर के रेगुलेटर बंद कराये गए और युद्ध स्तर पर बचाव कार्य न किया गया होता तो जनहानि होने की पूरी सम्भावना थी।नहर की कटान कैसे हुई और क्यों नहर विभाग को सूचना पाने में विलम्ब हुआ,इन सबकी जाॅच बाद मे की जाएगी फिलहाल इस समय हमारी प्राथमिकता बचाव कार्य करके सम्भावित जनहानि व सम्पत्ति हानि को रोकना है।यह कहना था जिलाधिकारी विकास गोठलवाल का।

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