रविवार, 14 नवंबर 2010

पंचायत चुनाव में घटती मुस्लिम नुमायंदगी से बसपा मुस्लिम लीडर बेचैन

बाराबंकी। हाल मे सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव में मुसलमानो की घटती नुमायंदगी से असंतुष्ट होकर बसपा के भीतर मौजूद मुस्लिम लीडरो ने अपने राजनीतिक भविष्य की नयी डगर ढूड़ना प्रारम्भ कर दी है। इसी क्रम में जैदपुर वि0स0 के मुस्लिम भाई चारा समिति के अध्यक्ष डा0मुजीब अहमद शाह ने पार्टी के महासचिव एवं प्रभारी मुस्लिम भाई चारा समिति बहुजन समाज पार्टी नसीमुद्दीन सिद्दीकी को भेजे गए अपने एक पत्र में जैदपुर सुरक्षित वि0स0 क्षेत्र के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बसपा मुस्लिम भाई चारा समाज समिति वि0स0 जैदपुर के पद से अपना त्याग पत्र दे दिया है।
 पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी को सम्बोधित पत्र में डा0मुजीब अहमद शाह ने आगे लिखा है कि अल्पसंख्यक समुदाय में हाल में सम्पन्न पंचायत चुनाव मंे मुस्लिम उम्मीदवारो को मिली शिकस्त से व्याप्त आक्रोश को देखते हुए तथा उनके द्वारा बड़े नेताओ को चुनाव के दौरान सही स्थिति से अवगत कराने के बावजूद जब कोई परिणाम नही निकला तो बड़े ही दुखी मन से वह अपनी नैतिक जिम्मेदारी शिकस्त के लिए देते हुए तथा पार्टी के प्रति अपने फर्ज व वफादारी को समझते हुए स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे है। परन्तु पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता के रुप में वह अपनी सेवाए पार्टी को देते रहेंगे।
 श्री शाह द्वारा पत्र में यह भी लिखा गया है कि वि0ख0 मसौली तृतीय सीट पर जिला पंचायत की पिछली कार्यकारिणी के सदस्य मो0मोहसिन के विरुद्ध बाॅसी/मसौली की चुनावी मीटिंग में पूर्व सांसद कमला प्रसाद रावत, पूर्व एम0एल0सी0तथा अल्पसंख्यक आयोग उ0प्र0 के पूर्व अध्यक्ष व फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी के पूर्व अध्यक्ष तथा अल्पसंख्यक आयोग उ0प्र0 के पूर्व सदस्य निहाल रिजवी, नगर परिषद नवाबगंज के चेयरमैन हफीज भारती, और पार्टी जिलाध्यक्ष सुरेश गौतम आदि लोगो ने दिनांक 7अक्टूबर 2010 को पार्टी की नीतियो के विरुद्ध एक स्वतंत्र उम्मीदवार मो0शकील अंसारी की पत्नी को बसपा प्रत्याशी घोषित कर दिया तथा साथ में यह भी एलान किया गया कि शकील अंसारी की पत्नी को छोड़कर नीले झण्डे लगाकर वोट माॅग रहे अन्य किसी प्रत्याशी को बसपा मतदाता अपना वोट न दे। परिणाम स्वरुप शकील अंसारी मात्र 722 वोट पाकर उक्त बड़े नेताओ द्वारा रची गयी साजिश को अमली जामा पहनाने मे मुख्य मोहरा साबित हुए तथा पूर्व जिला पंचायत सदस्य मो0मोहसिन की माता राबिया खातून मात्र 358 वोटो से चुनाव हार गयी।
 इसी प्रकार वि0ख0 हरख मंे राईसा बानो व सिद्धौर वि0ख0 में मो0फारुकी इन्ही बड़े नेताओ के साजिश का शिकार बने। जबकि उनके द्वारा चुनाव के दौरान बराबर बडें नेताओ को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जाता रहा,परन्तु इन लोगो ने एक न सुनी और बहन जी की नीतियो की धज्जियाॅ उड़ाते रहे। डा0मुजीब अहमद शाह ने पार्टी महासचिव को अवगत कराया है कि न सिर्फ उनके वि0स0 क्षेत्र बल्कि देवा सिरौलीगौसपुर दरियाबाद व फतेहपुर आदि में भी मुस्लिम उम्मीदवारो का सफाया कर दिया गया। जो आगे पार्टी के हित व भविष्य के लिए घाटे का सौदा सिद्ध हो सकता है।

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