गुरुवार, 13 जुलाई 2023
मणिपुर में हिंसा पीडितों का हाल जानने पर महिला नेताओं पर राजद्रोह का मुकदमा
मणिपुर में हिंसा पीडितों का हाल जानने पर महिला नेताओं पर राजद्रोह का मुकदमा
मणिपुर में सांप्रदायिक हिंसा की जांच करने गए भारतीय महिला महासंघ (NFIW) के दल पर हुआ एफ.आई. आर. गैर ज़िम्मेदार कृत्य है और इस तुरन्त वापस ले सरकार
भारतीय महिला महासंघ की तरफ से मणिपुर हिंसा की जांच करने गई टीम पर की गई प्राथमिकी गैर ज़िम्मेदार कृत्य है और वस्तुस्थिति जानने के नागरिक अधिकारों का हनन है। भारतीय महिला महासंघ की राष्ट्रीय महासचिव एनी राजा, राष्ट्रीय सचिव निशा सिद्धु और एडवोकेट दीक्षा पर मणिपुर दौरे में नागरिकों विशेषकर महिलाओं पर हो रहे हिंसा की फैक्ट फाइंडिंग करने कारण एफ.आई .आर दर्ज किया गया है।
हमारे देश का कानून और संविधान अपने नागरिकों को अधिकार देता है कि वह स्वयं वस्तुस्थिति का आकलन करें और ज़मीनी हकीकत से देश, आवाम को अवगत कराएं। सिविल लिबर्टी पर सरकार की ये तानाशाही अत्यंत ही खेद जनक है।
इप्टा की राष्ट्रीय समिति भारतीय महिला महासंघ के साथियों पर की गई प्राथमिकी तुरंत वापस लेने और दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करती है।
ये हास्यास्पद है कि ये प्राथमिकी उस समय दर्ज किया गया जब भारतीय महिला महासंघ के साथी मणिपुर में हो रहे लगातार हिंसा के खिलाफ शांति बहाल की अपील करने गई थी और वहां के लोगों की हालत का जायज़ा लेने गई थीं।
मणिपुर हमारे देश का अटूट हिस्सा है, वहाँ लंबे समय से हिंसा और तनाव का माहौल है। 55 दिनों तक मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए सरकार और प्रशासन ने कुछ नहीं किया। जब उनकी नाकामियों पर सवाल उठ रहे हैं तो सवाल करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज किया जा रहा है। भारतीय महिला महासंघ की अन्य राज्यों की तरह मणिपुर में भी इकाई है। अपने साथियों का हाल- चाल जानने और सरकार और प्रशासन से इस मामले की जानकारी लेने महासंघ की टीम मणिपुर गई थी।
यह इस बात का संकेत है कि सरकार अपनी असफलताओं को उजागर होने से डर रही है। और जो लोग सरकार से सवाल कर रहे हैं उन्हें सलाखों के पीछे भेजना चाहती है। मणिपुर की जनता सरकार के मंसूबे को पूरा नहीं होने देगी। हम भारत के लोग एकजुट हैं। इस देश के नागरिक है और उनके बीच अमन और भाईचारा के लिए प्रयत्नशील है।
ये जिम्मेदारी राज्य और केन्द्र की सरकार की बनती है कि अपने राज्य की जनता के बीच अमन कायम करे। ऐसी बर्बर हिंसा पर रोक लगाए।
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2 टिप्पणियां:
ऐसेप्राथमिकीअसंबैधानिकहैतुरन्तनिरस्तकरायाजाय।
मोदी सरकार जो अत्यचार मणिपुर मे कर रही हैं वह देश के लिये घातक है ।आज मोदी सरकार संविधान का अपमान कर रही हैं ।ंमहिला फैडरेशन के राष्ट्रीय नेता ओ पर लगे केश तुरंत वापिस लीया जाए ।वरना मोदी व अमित शाह को अन्दोलन के दुवरा इनके घुटने टिका दीये जायेगें ।सी पी आई जिंदा बाद
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