बाराबंकी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मंे एक और प्रत्याशी की गोली मारकर हत्या अज्ञात हमलावरों द्वारा उसी के घर पर सोते में कर दी गयी। थाना कुर्सी के ग्राम पंचायत महमूदपुर बनौगा के वार्ड नं0-4 से क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे दलित उम्मीदवार राम प्रताप रावत की इस निर्मम हत्या से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है और पंचायती चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विगत एक माह से की गई पुलिस की कार्यप्रणाली पर लोग प्रश्न चिन्ह लगा रहे है।
विगत 25 सितम्बर 2010 को नगर से सटी ग्राम पंचायत बड़ेल में प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी विवेक मिश्रा उर्फ जीतू मिश्रा तथा जयवीर भदौरिया को ताबड़तोड़ फायरिंग करके उनकी निर्मम हत्या करने की वारदात से सहमे लोगो के दिल से अभी खौफ की घटा छटी भी न थी कि बीती रात दो बजे के करीब थाना कुर्सी के ग्राम पंचायत महमूदपुर बनौगा में एक और सनसनीखेज घटना को अंजाम देकर अपराधियों ने पुलिस को फिर चैलेंज दिया है।
प्राप्त विवरण के अनुसार महमूदपुर बनौगा ग्राम पंचायत के वार्ड सं0-4 से क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए गांव के राम प्रताप रावत (40) पुत्र बृजलाल रावत ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया था। बीती रात जब वह अपने परिवार के साथ घर पर सो रहा था तो 2 बजे रात के करीब एक जोरदार फायर की आवाज के साथ बगल की चारपायी पर लेटी उसकी पत्नी की आॅख खुली तो उसने दो अज्ञात लोगो को भागते देखा और अपने पति को मच्छर दानी के अन्दर तड़प तड़प कर जान देते हुए देखा। यह दृश्य देखकर वह बेहोश हो गयी। हत्यारों ने राम प्रताप रावत को मच्छर दानी के अन्दर बाकायदा चिन्हित करके उसकी कोख में सटाकर देसी तमंचे से फायर करके उसकी हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार हत्यारों की बाबत अहम सुराग हाथ लगे है और जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में आ जाएंगे। घटना स्थल पर थानाध्यक्ष कुर्सी, क्षेत्राधिकारी फतेहपुर, अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी तथा प्रभारी पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली ने मौका मुआयना किया।
मृतक वर्ष 2000 के पंचायत चुनाव क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए लड़ा था और मात्र 9 वोटो से हार गया था, इस बार परिसीमन में चूॅकि सीट आरक्षित हो गयी थी और उसके जीतने की सम्भावना प्रबल थी। उसके पुत्र के अनुसार उसके पिता की किसी से भी कोई रंजिश नही थी।
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