बाराबंकी। बनगांवा की घटना में मरने वाले लोगो को जिलाधिकारी विकास गोठलवाल द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रति व्यस्क एक लाख रुपया तथा नाबालिग को 50 हजार रुपये का अनुदान देने का एलान किया गया है।
परन्तु हादसे के प्रत्यक्षदर्शी दुलारे के अनुसार कई दशको से वह लोग खाना बदोशो की जिन्दगी गुजार रहे है उनके पास न तो विसवा भर जमीन है और न रहने को पक्का मकान वह नही जानते कि मनरेगा क्या है वह नही जानते कि किस योजना से उनके सिरो पर छत नसीब होगी सिलबटटा बनाकर वह अपना गुजारा बरसो से करते आ रहे है। मिक्सी ने उनके धन्धे को लगभग बंद सा कर दिया हैं अभी देहात मे काम बचा है आगे इसके बंद होने का अंदेशा है। उनके मुताबिक उनका मतदाता कार्ड तो बना है राजनीतिक उनका वोट मांगने तो आते है परन्तु न उन्हे राशन कार्ड नसीब हुआ और न तो इंदिरा आवास न बच्चो की पढायी। उन्हे भारत की प्रगति दर के बारे मे कुछ पता नही।
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